HomeBlogपुनर्जन्म (Reincarnation ) : American Dr Jim B Tucker की खोज

पुनर्जन्म (Reincarnation ) : American Dr Jim B Tucker की खोज

Reincarnation यानी पुनर्जन्म, मानव जीवन का सब से बड़ा रहस्य. जहां एक तरफ विज्ञान और Rationality पुनर्जन्म को केवल एक अंधविश्वास और कल्पना मानता है, धर्म खास कर हिन्दू धर्म और इससे निकले हुए धर्म – सिख, बौद्ध, जैन आदि का पुनर्जन्म मे गहरा विश्वास है.

भगवत गीता में भी श्री कृष्ण ने बोला कि हर जन्म में, हर युग में मैं होऊँगा, तुम होगे अर्जुन और ये सब लोग भी होंगे ..कौन मृत्यु को प्राप्त होता है, यह तो वस्त्रों के बदलने जैसा है.

हम या विज्ञान या हमारी समझ जितना भी पुनर्जन्म Reincarnation को नकार दें, सत्य ये है कि इसके बारे मे आयी जानने की जिज्ञासा निरंतर बनी रहती है.

और अब science, psychiatric studies, psychology आदि के शास्त्री इस का अध्ययन करने मे लगे हुए हैं. इसमे सबसे बड़ा नाम Dr Jim Tucker का है.
Dr Jim B Tucker एक विख्यात child psychiatrist हैं और University of Virginia School of Medicine में Psychiatry and Neurobehavioral Sciences के Professor हैं. उनकी मुख्य शोध रुचि, Area of research, उन बच्चों की कहानियों का documentation करना है जिनके बारे में उनका दावा है कि वे पिछले जन्मों, और जन्म और जन्मपूर्व की यादों को याद करते है

Dr Jim B Tucker अपने research को लेकर कुछ बहुत interesting किताबें लिखी हैं.

Reincarnation

‘ Life Before life’, ‘ Return To Life : A Scientific Investigations of Children memories of previous lives’ नामक पुस्तक 4 दशकों के Reincarnation Research पर आधारित बोध है.

Dr Jim Tucker ने Ian Stevenson, जो इसी क्षेत्र के Researcher और professor भी थे, उनकी retirement से पहले उनके साथ भी काम किया.

Dr Jim Tucker की Cameron Macaulay पर आधारित investigation को British TV network, “Channel 5” की documentary – ‘Extraordinary People – The Boy Who Lived Before’ मे दिखाया गया.

जहां उनके गुरु Ian Stevensen एशिया के cases study
करते थे, Dr Tucker ने American बच्चों पर Research करनी शुरू की .

Tucker का कहना है कि reports that in about 70% cases में बच्चों को अपनी पिछ्ली जिंदगी के हादसे याद रहते हैं अगर उनकी मृत्यु किसी अप्राकृतिक कारणों से यानी unnatural cause से हुई हो . Tucker का कहना यह भी है कि किसी भयानक (traumatic) कारणों से यदि मृत्यु हुई तो next birth में नवजात शिशु के psychic effects होने के प्रमाण के हैं.

Tucker का यह भी कहना है कि ऐसी मृत्यु और पुर्नजन्म में औसतन 16 महीनों का gap होता है और नए जन्म में कोई birthmark भी होता है जो शायद पिछले जन्म के मौत से सम्बंधित हो.

Dr Jim Tucker ने अपनी रिसर्च में ये पता किया कि क्या birth marks पिछले जन्म से संबंधित हैं, बच्चे के पिछले जन्म के बारे में कितनी conviction से बात करना, बच्चे का behavioral temperament और बच्चे की पिछले जन्म के बारे में बातें.

The Cases

Ian Stevenson से इस research का कार्यभार सम्भालने के बाद डॉ Jim Tucker ने बच्चों की Interviews लेना शुरू की. यह 2002 के बाद से शुरू हुआ.
2006 में एक 6 साल के बच्चे और उसकी माँ Norma से उस बच्चे की यादों के बारे मे पूछा जो उनके घर से 200 मील दूर था.
फिर Dr Tucker उस बच्चे की family के साथ उस जगह गया जहां की उसे यादें आयीं थीं. Dr Tucker ने पाया कि हर विवरण बिल्कुल सटीक था.

ऐसे ही USA के घुस Taylor का case है जो डेढ़ साल की आयु का था , उसने बताया कि वह खुद का ही दादा जी हैं.

दोनों cases मे उन्होने बताया कि पिछले जन्म में किसी hole में गिरने से मृत्यु हुई थी.

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